![](https://replykaro.com/wp-content/uploads/2023/12/मातृ-वंदना-योजना-फॉर्म-1024x597.jpg)
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 4 में विवेचित किए जाने वाले प्रमुख प्रावधानों का विस्तार से जानने के लिए निम्नलिखित जानकारी पढ़ें:
मातृ वंदना योजना उद्देश्य:
योजना का उद्देश्य है गर्भवती और धात्री महिलाओं के पोषण स्तर को सुधारना और उन्हें गर्भावस्था के दौरान मजदूरी में हुई हानि की प्रतिभूति राशि का निश्चित करना। इस योजना का लाभ केवल प्रथम जीवित संतान के लिए है।
मातृ वंदना योजना हितग्राही:
इस योजना का लाभ सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं को है, जिनमें से नियोजित महिलाएं जो केंद्र सरकार, राज्य सरकार, और सार्वजनिक उपक्रमों में नियोजित हैं, को छोड़कर।
मातृ वंदना योजना भुगतान की प्रक्रिया:
हितग्राही महिलाओं को उनके बैंक खाते में राशि का भुगतान तीन किश्तों में किया जाएगा। पहली किश्त की राशि पंजीकरण के बाद ₹1000, गर्भधारण के 6 माह बाद ₹2000, और बच्चे के जन्म के बाद जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत संस्थागत प्रसव हेतु ₹1000 की राशि सहित कुल ₹6000 की राशि होगी।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की पूरी जानकारी
योजना का नाम | Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana |
योजना का प्रकार | केंद्र सरकार की योजना |
विभाग | महिलाओं और बच्चों के विकास मंत्रालय |
आवेदन की तिथि | आरंभ है |
आवेदन की अंतिम तिथि | Not Declared |
लाभार्थी | गर्भवती महिला |
लाभ | Rs 6000 |
आवेदन का माध्यम | https://wcd.nic.in/ |
मातृ वंदना योजना फॉर्म online कैसे भरें?
![](https://replykaro.com/wp-content/uploads/2023/12/Add-a-heading-10-1024x597.jpg)
- आपको इस लॉगिन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे Email ID, Paasword , Captcha Code आदि भरनी होगी। सभी जानकारी भरने के बाद आपको Login के बटन पर क्लिक करना होगा।
- लॉगिन करने के बाद आप इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
मातृ वंदना योजना में अपना नाम कैसे देखें?
1)सबसे पहले आपको अधिकारीक वेबसाईट https://pmmvy.wcd.gov.in/ पर जाना होगा
2)अब आपको लॉगइन आप्शन दिखेगा उसपर क्लिक करे
3)अब Email ID, password और कैप्चा डाले फिर लॉग इन पर क्लिक करें
4)अब आपके सामने लाभार्थी महिलाओं की लिस्ट आजायेगी
5)इस तरह आप pmmvy beneficiary list में अपना नाम चेक कर सकते है
मातृ वंदना योजना के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?
बस उसके लिए जरूरी दस्तावेज जैसे जाँच, टीकाकरण कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र इत्यादि होने चाहिए । 2. लाभार्थी का मोबाईल नम्बर लेना अनिवार्य है ।
मातृ वंदना में कितना पैसा मिलता है?
![](https://replykaro.com/wp-content/uploads/2023/12/Add-a-heading-11-1024x597.jpg)
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन दोनों योजनाओं से पहली बार गर्भवती होने वाली ग्रामीण महिला के खाते में कुल 6400 रुपये व शहरी गर्भवती के खाते में कुल 6000 रुपये दिये जाते हैं।
बेटे के जन्म पर कितने पैसे मिलते हैं?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का बजट केंद्र सरकार की ओर से आ चुका है। जल्द इसे जिलास्तर पर भेज दिया जाएगा। इस योजना के तहत जनवरी 2017 में प्रथम शिशु को जन्म देने वाली महिला को आवेदन करने पर 5 हजार रुपए की सहायता राशि उनके बैंक खातों में डाली जाएगी।
मातृ वंदना योजना का लाभ कितने बच्चों तक मिलता है?
PMMVY के तहत सभी पात्र लाभार्थियों को तीन किश्तों में 5,000 रुपए दिये जाते हैं और शेष 1000 रुपए की राशि जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत मातृत्व लाभ की शर्तों के अनुरूप संस्थागत प्रसूति करवाने के बाद दी जाती है। इस प्रकार औसतन एक महिला को 6,000 रुपए प्राप्त होते हैं
मातृ वंदना योजना का लाभ कितने बच्चों तक मिलता है?
![](https://replykaro.com/wp-content/uploads/2023/12/Add-a-heading-12-1024x597.jpg)
PMMVY के तहत सभी पात्र लाभार्थियों को तीन किश्तों में 5,000 रुपए दिये जाते हैं और शेष 1000 रुपए की राशि जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत मातृत्व लाभ की शर्तों के अनुरूप संस्थागत प्रसूति करवाने के बाद दी जाती है। इस प्रकार औसतन एक महिला को 6,000 रुपए प्राप्त होते हैं
2 बच्चों वालों को क्या मिलेगा?
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के पात्रता की श्रेणी में आने वाले परिवार के अधिकतम दो बच्चों को प्रतिमाह प्रति बालक- बालिका 2500 रुपए की सहायता धनराशि प्रदान की जाएगी।
मातृ वंदना योजना संपर्क:
योजना से संबंधित जानकारी के लिए व्यक्ति निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक, परियोजना अधिकारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी, और जिला कार्यक्रम अधिकारी से संपर्क कर सकती हैं। यदि राशि समय पर नहीं मिलती है, तो शिकायत के लिए कॉल सेंटर 1967 या 1800-233-3663 या जिला शिकायत निवारण अधिकारी या राज्य खाद्य आयोग से सीधे संपर्क किया जा सकता है।